प्रयागराज: महाकुंभ 2025 में मौनी अमावस्या के अवसर पर संगम तट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, लेकिन यह आस्था का सैलाब अचानक एक भयावह हादसे में बदल गया। ब्रह्म मुहूर्त में पवित्र स्नान के लिए उमड़े लाखों श्रद्धालुओं के दबाव से बैरिकेड्स टूट गए और भगदड़ मच गई। इस दर्दनाक हादसे में 30 लोगों की मौत हो गई, जबकि 60 से अधिक लोग घायल हो गए।
कैसे हुआ हादसा?
मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में संगम स्नान का विशेष महत्व होता है। इस दिन तड़के 1 बजे से ही लाखों श्रद्धालु संगम तट की ओर बढ़ने लगे। अनुमान के मुताबिक, इस बार 3 करोड़ से अधिक श्रद्धालु स्नान के लिए प्रयागराज पहुंचे। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि सुरक्षा बैरिकेड्स अचानक टूट गए, जिससे अफरा-तफरी मच गई। कुछ श्रद्धालु नीचे गिर पड़े और लोग उन पर चढ़ते चले गए। बचाव दल को हालात संभालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी, लेकिन तब तक कई लोगों की जान जा चुकी थी।
भगदड़ में हताहतों की संख्या
- मृतक: 30 लोग
- घायल: 60 से अधिक
- गंभीर रूप से घायल: 36 (जिन्हें विशेष चिकित्सा देखभाल दी जा रही है)
हादसे के 10 बड़े अपडेट:
1. बैरिकेड्स टूटने से बढ़ी भीड़
सुरक्षा के लिए लगाए गए बैरिकेड्स श्रद्धालुओं के दबाव को सहन नहीं कर सके और अचानक टूट गए। इसके बाद भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ मच गई।
2. मृतकों में अधिकांश बुजुर्ग और महिलाएं
मृतकों में ज्यादातर बुजुर्ग और महिलाएं शामिल हैं, जो भीड़ के दबाव में गिर गए थे और उठ नहीं पाए।
3. CM योगी आदित्यनाथ ने किया मुआवजे का ऐलान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को ₹25-25 लाख और घायलों को ₹5 लाख की सहायता देने की घोषणा की।
4. सुरक्षा में चूक, प्रशासन सवालों के घेरे में
सुरक्षा के लिए हजारों पुलिसकर्मी और प्रशासनिक अधिकारी तैनात थे, लेकिन भारी भीड़ के आगे व्यवस्था चरमरा गई। अब प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं।
5. न्यायिक जांच के आदेश
सरकार ने घटना की न्यायिक जांच के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की है, जो हादसे के कारणों का विश्लेषण करेगी और रिपोर्ट पेश करेगी।
6. CCTV फुटेज की जांच जारी
प्रशासन ने पूरे इलाके के CCTV फुटेज की जांच शुरू कर दी है, ताकि हादसे के सही कारणों का पता लगाया जा सके।
7. बचाव कार्य में तेजी, NDRF तैनात
घटना के बाद तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया गया। NDRF और SDRF की टीमें मौके पर पहुंचीं और घायलों को अस्पताल भेजा।
8. VIP स्नान को लेकर विवाद
श्रद्धालुओं का कहना है कि VIP स्नान के कारण आम श्रद्धालुओं को रोका गया था, जिससे अचानक भीड़ बढ़ गई और भगदड़ मच गई।
9. अस्पतालों में घायलों का इलाज जारी
घायलों को प्रयागराज के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां डॉक्टरों की विशेष टीम इलाज में जुटी है।
10. बसंत पंचमी पर और सख्त इंतजाम होंगे
आगामी बसंत पंचमी स्नान को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने का निर्णय लिया है। अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा।
प्रशासन की लापरवाही या भीड़ की अनदेखी?
हर बार प्रशासन बड़े आयोजनों में सुरक्षा के चाक-चौबंद होने का दावा करता है, लेकिन हादसों के बाद सवाल उठते हैं। इस बार भी यही हुआ। इतने बड़े आयोजन के बावजूद भीड़ प्रबंधन में प्रशासन विफल रहा।
भविष्य के लिए सबक
महाकुंभ जैसे विशाल आयोजनों में लाखों श्रद्धालु जुटते हैं, इसलिए भीड़ नियंत्रण की बेहतर रणनीति जरूरी है। इस घटना से प्रशासन को सीख लेनी होगी और भविष्य में सुरक्षा इंतजाम और मजबूत करने होंगे।
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